शब्द के साथ यदि कोइ रचनाकार उसमे पैबस्त हो जाये तो भावना और भाषा के बीच खडी कोई रिक्तता रोक नहीं पाती
‘सच्चाई के तैरने का सच’ यह है के शांत झील में चप्पू चलाते-चलाते लागता है रचनाकार लहरों के तूफानी पागलपन पर भी बखूबी तैरना जानता है
Poetry
Aainey me tairti Sacchiyan – Geetkar Hemant Shreemaal (Hardcover)
₹450 ₹405
शब्द के साथ यदि कोइ रचनाकार उसमे पैबस्त हो जाये तो भावना और भाषा के बीच खडी कोई रिक्तता रोक नहीं पाती
‘सच्चाई के तैरने का सच’ यह है के शांत झील में चप्पू चलाते-चलाते लागता है रचनाकार लहरों के तूफानी पागलपन पर भी बखूबी तैरना जानता है
शब्द के साथ यदि कोइ रचनाकार उसमे पैबस्त हो जाये तो भावना और भाषा के बीच खडी कोई रिक्तता रोक नहीं पाती
‘सच्चाई के तैरने का सच’ यह है के शांत झील में चप्पू चलाते-चलाते लागता है रचनाकार लहरों के तूफानी पागलपन पर भी बखूबी तैरना जानता है
लेखक/Author | Geetkaar hemant Shreemaal |
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ISBN-13 | 9789393107084 |
पृष्ठों की संख्या/No. of Pages | 104 pages |
प्रकाशन तिथि/Publication date | 2022 |
भाषा/Language | Hindi |
Type | Hardcover |
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