यह पुस्तक जीवट और मुस्कान की मुस्कुराती इबारत है। लेखक श्री स्वामी मुस्कुराके ने जिंदगी और मुस्कान के जीवन सूत्र को हर दिन के पाठ में इस तरह गूंथा है कि आदमी कोरोना से सचेत रहे, दुनियावी परिदृश्यों कि करुण गाथाओं के बीच जिंदगी को मुस्कराहट के साथ जीए भी। यह पुस्तक गुदगुदाती है। अंग्रेजी से लेकर मालवी का जबानी गठबंधन करवाकर हंसी को पौने दो इंच तक ले जाती है। जो भी हो इस “कोरोना भगावत” कथा के अध्यायों में चीन के कोरोना दास जी वूहानवाले और भारत के स्वामी उज्जैन वाले हर तरह के चूरन के स्वाद के साथ आमने-सामने हैं। जान मानस को मुस्कराहट का स्वाद देकर और कोरोना को गिलोय का अस्वाद देकर।
Humour
Corona Bhagawat Katha – Shailendra Vyas (Swami Muskurake) (Paperback)
₹200 ₹180
Weight: 190 g
Dimensions: 21.5 x 18 x 0.5 cm
लेखक/Author: Shailendra Vyas (Swami Muskurake)
ISBN-10: 819432713X
ISBN-13: 978-8194327134
पृष्ठों की संख्या/No. of Pages: 72 pages
प्रकाशन तिथि/Publication date: 1 January 2021
Type: Paperback
भाषा/Language: Hindi
Weight | 190 g |
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Dimensions | 21.5 × 18 × 0.5 cm |
लेखक/Author | Shailendra Vyas (Swami Muskurake) |
ISBN-10 | 819432713X |
ISBN-13 | 978-8194327134 |
पृष्ठों की संख्या/No. of Pages | 72 pages |
प्रकाशन तिथि/Publication date | 1 January 2021 |
Type | Paperback |
भाषा/Language | Hindi |
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